

यूट्यूबर और कंटेंट क्रिएटर रणवीर इलाहाबादिया को उनके शो के प्रसारण पर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। अदालत ने उनके शो पर लगे प्रतिबंध को हटाते हुए कहा कि स्वतंत्रता का अधिकार सभी को है, लेकिन साथ ही यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि कोई भी कंटेंट सामाजिक संतुलन को न बिगाड़े।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला –
रणवीर शो कर सकते हैं जारी
इस मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की पीठ ने कहा कि “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं है कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जाए।” हालांकि, अदालत ने रणवीर इलाहाबादिया को उनके शो के प्रसारण की अनुमति दी, लेकिन साथ ही भविष्य में कंटेंट क्रिएटर्स को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी।
समय रैना को लेकर तीखी टिप्पणी
इसके अलावा, अदालत ने समय रैना को लेकर भी तीखी टिप्पणी की। समय रैना पर निशाना साधते हुए कोर्ट ने कहा, “कुछ लोग विदेश जाकर हमारी न्यायपालिका पर सवाल उठाते हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि कोर्ट की शक्तियां कितनी व्यापक हैं।” यह बयान इसलिए आया क्योंकि समय रैना ने हाल ही में कनाडा में एक इंटरव्यू के दौरान भारतीय न्यायपालिका की आलोचना की थी।
विवाद की जड़ क्या थी?
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में रणवीर इलाहाबादिया की आपत्तिजनक टिप्पणी विवाद का कारण बनी। माता-पिता के संबंधों पर की गई उनकी टिप्पणी के बाद रणवीर, इंफ्लूएंसर अपूर्वा मखीजा और होस्ट समय रैना विवाद में घिर गए।
रणवीर के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हुईं और विवाद बढ़ता गया।समय रैना के शो को बंद करने की मांग तेज हो गई।हालात को संभालने के लिए रणवीर ने माफी मांगते हुए वीडियो जारी किया।समय रैना ने विवाद के बाद अपने शो के सभी एपिसोड यूट्यूब से हटा दिए।
इस पूरे घटनाक्रम ने डिजिटल कंटेंट और अभिव्यक्ति की आज़ादी बनाम नैतिक जिम्मेदारी पर एक नई बहस छेड़ दी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
यह मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग कोर्ट के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे “सेलिब्रिटीज को मिली विशेष छूट” के रूप में देख रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा – ऑनलाइन कंटेंट के लिए सख्त नियम जरूरी
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले के बाद सरकार से यह भी आग्रह किया है कि डिजिटल कंटेंट पर उचित नियंत्रण के लिए एक ठोस नियमावली बनाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह के विवाद न हों। इस फैसले के बाद समय रैना ने अपने शो के सभी एपिसोड यूट्यूब से हटा दिए और शो को बंद करने की घोषणा कर दी है।
यह मामला एक बार फिर इस सवाल को जन्म देता है कि क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कंटेंट बनाने वालों को अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी निभानी चाहिए? आपकी राय क्या है?